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शीर्षक - चेहरा विधा - कविता प्रीतियोगिता वो हसीन चेहरा देखता हूं जो मेरे दिल के पास हैं जिसको शामों सहर ढूंढता हूं में आंखों में उसकी तस्वीर लिऐ खुद को ...